लड़कियों की पांच विशेषताएं | Ladkiyo ki khasiyat | girl's fact in hindiलड़कियों की पांच विशेषताएं | Ladkiyo ki khasiyat | girl's fact in hindi

लड़कियों की पांच विशेषताएं :

लड़कियों की पांच विशेषताएं – लड़कियों के अंदर कुछ ऐसी विशेषताएं होती है जो उन्हें प्राकृतिक ने प्रदान की है।

इन विशेषताओं का जब वह प्रदर्शन करती है तो लड़कों की समझ में भी नहीं आता कि आखिर लड़कियां ऐसा कैसे कर लेती है

आज हम ऐसी 5 विशेषताओं के बारे में बात करेंगे जो आमतौर पर सभी लड़कियों पाई जाती है

लेकिन लड़कों का इनके बारे में पता नहीं होता है।

1. लड़कियों का एक साथ कई लड़कियों से बात करना –

पुरुष (लड़कों) कि हमेशा से यह शिकायत रहती है कि जब लड़कियां एक दूसरे से बात करती है तो वह बक बक और शोर-शराबा करती है।

पुरुषों का ऐसा लगता है की महिलाएं ठीक से एक दूसरे की बात को सुन नही रही है बस शोर मचा रही है।

लेकिन ऐसा नहीं है क्योंकि प्रकृति ने महिलाओं को एक विशेषता दी है

महिलाओं के दिमाग के दोनों हिस्से एक दूसरे के साथ मिलकर काम करते हैं,

महिलाओं का दिमाग इस तरह से काम करता है कि वह बोलना और सुनना एक साथ कर सकती है,

इतना ही नहीं महिलाएं एक साथ अलग-अलग लोगों की बातें भी सुन सकती है।

जबकि पुरुष एक बार में केवल एक व्यक्ति से ही बात कर सकते हैं।

Ladkiyo ki khasiyat :

2. लड़कियां नजदीक की वस्तुएं आसानी से देख सकती है –

आपने कई बार यह देखा होगा कि पुरुषों को अलमारी में मोजे, रुमाल या फ्रिज में मक्खन या किचन में कोई छोटा सामान ढूंढने में बहुत परेशानी होती है,
वहीं महिलाएं ऐसे सामानों को एक बार में देख कर बाहर निकाल देती है।
इसका मुख्य कारण महिलाओं के देखने का तरीका महिलाएं

पुरुषों के मुकाबले नजदीकी की चीजों को ज्यादा अच्छे से देख सकती है, महिलाओं की परिध्य दृष्टि व्यापक होती है।
इसी कारण से कभी महिलाएं पुरुषों को घूरती हुई नहीं पकड़ी जाती है

कई महिलाएं तो 190 डिग्री तक व्यापक दृष्टि से देख सकती हैं
यह महिलाओं की एक खास विशेषता है इसी विशेषता कारण महिलाएं रंगों का वर्णन विस्तार पूर्वक कर सकती है

लड़कियों की पांच विशेषताएं :

3. महिलाएं झूठ पकड़ने में माहिर होती है –

महिलाएं पुरुषों के मुकाबले ज्यादा संवेदनशील होती है यह तो सभी जानते हैं
शारीरिक भाषा के हमारे शोध बताते हैं कि आमने-सामने बातचीत के दौरान शब्दो के संकेत हमारे संदेश के प्रभाव का 60 से 80 प्रतिशत हिस्सा होते है,

जबकि शब्दो की धवनिया उसका केवल 20 से 30 प्रतिशत भाग होती है।
महिलाओं के बेहतर संवेदी अंग इस जानकारी को पकड़ लेते है और विश्लेषण करते है व झूठ को आसानी से पकड़ लेते है

इसके अलावा महिलाएं पुरुषों के हाव भाव देखकर भी जान लेती है की कौन पुरुष झूठ बोल रहा है।

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4. छोटी-छोटी चीजें नोटिस करना –

महिला और पुरुष जब एक दूसरे से मिलते हैं तो पुरुष अधिकतर महिला का चेहरा उसकी ड्रेस और उसकी शारीरिक बनावट को ही देखता है

लेकिन एक महिला पुरुष का चेहरा, उसकी शारीरिक बनावट, उसका ड्रेसिंग कोड, उसके हाथ की घड़ी, उसके बालों का स्टाइल,

उसके बात करने का तरीका आदि जैसी सभी छोटी छोटी चीजों को पहले कुछ मिनट्स में ही नोटिस कर लेती है।

5. लड़कियां भावनाएं समझने में माहिर होती है –

लड़कियों के अंदर भावनाओं को समझने की एक गहरी विशेषता होती है,

महिलाएं आवाज के हल्केपन और भारीपन से भी सामने वाले की भावनाओं को समझ लेती है
लड़कियां शारीरिक संकेत और आवाज से भी भावनाओं को समझ सकती है

इसलिए अक्सर कहा जाता है कि महिलाओं के अंदर छठी इंद्रिया होती है।

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