दीपावली महत्व पर निबंध | दीपावली का महत्वदीपावली महत्व पर निबंध | दीपावली का महत्व PHOTOS FROM GOOGLE

Deepawali Essay in hindi

दीपावली महत्व पर निबंध –

Deepawali दीपावली मनाने के कई महत्व है, यहां पर तीन महत्व बताए गए है, पौराणिक , सामाजिक, वैज्ञानिक

दीपावली का पौराणिक महत्व :

दीपावली मानने के पीछे कई कारण है।

पौराणिक कथा के अनुसार, चौदार वर्ष का बनवास काटकर भगवान राम इसी दिन अयोध्या लौटे थे।

उनके आगमन की खुशी में अयोध्यावासियों ने अपने धर एव पूरे नगर को दीपो से जगमन कर दिया था।

तब से लेकर आज तक हर वर्ष कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या को हिन्दू धर्मावलम्बी दीपावली का त्योहार मनाते है।

पश्चिम बंगाल में लोग दीपावली को काली पूजा के रूप में मनाते है।

वहाँ बड़े बड़े भव्य पण्डालों में माँ काली की प्रतिभा प्रतिस्थापित की जाती है।

काली पूजा के बाद वहाँ लक्ष्मी जी की पूजा की जाती है |

काली पूजा करने का तात्पर्य यह होता है कि माँ काली हमारे दुःखो का नाश करेगी-

एवं इसके बाद लक्ष्मी पूजा करने का तात्पर्य यह होता है कि माँ लक्षमी हमें धन-धान्य से परिपूर्ण कर देगी।

कई जगहों पर इस दिन मेलो का आयोजन भी किया जाता है

दीपावली महत्व पर निबंध

दीपावली सामाजिक महत्व :

Deepawali दीपावली के सामाजिक महत्व पर गौर किया जाए तो पता चलता है

कि कार्तिक मास की अमावस्या के पहले ही किसान अपनी फसल के रूप में अपने परिश्रम का फल प्राप्त कर चुके होते हैं।
फसल काटने के बाद उनके पास आनन्द उल्लास का पूरा समय होता है,

 इसलिए इस समय को वे विभिन्न व्योहारो के माध्यम से मानते हैं।
वे नए कपडे, नए बर्तन और सोने – चाँदी के गहने खरीदते है।

नई वस्तुओं के स्वगत के लिए अपने घर ही नहीं, आस-पड़ोस की भी साफ-सफाई करते है।

घर- घर सुन्दर रंगोलियाँ बनाई जाती है। इस दिन लोग एक दूसरो को मिठाइयाँ उपहार देते हैं।

व्यापारी वही इस दिन नए बहीखाते आरम्भ करता है।
दिपावली पहले ही लेन देन को पूरा करने का प्रयास किया जाता है।

दीपावली महत्व पर निबंध

दिपावली का वैज्ञानिक महत्व :

प्रत्येक त्योहार का सामजिक एवं धार्मिक तो होता है।

इसके साथ ही बैज्ञानकि महत्व भी होता है। दीपावली का वैज्ञानिक महात्व है।

वर्षा ऋतु के समय पूरा वातावरण कीट पतंगों से भर जाता है।

साथ ही आस-पडोस में जंगल झाड़ियों की बहुलता हो जाता है।
दिपावली के पहले साफ सफाई करने से आस-पडोस साफ सुथरा हो जाता है।

घरों की पुताई करने से कई प्रकार के कोडे- मकोड़े एवं मच्छर नष्ट हो जाते है, तथा दिपावली के दिन दीपों की ज्वाला से बचे हुए कार्ड मकोड़े भी जलकर मर जाते हैं।

इस तरह दीपावली के बाद पूरा पर्यावरण स्वच्छ हो जाता है।

यह भी पढ़े – Google vs YouTube in hindi | Google and YouTube comparison

यह भी पढ़े – भारत के 10 सबसे छोटे राज्यो के नाम। Name of 10 smallest states in India.

हम आपके लिए हमेशा बेहतर जानकारी लाने का प्रयास करते है ,

अपना कीमती समय निकालकर कॉमेंट करके हमे बताए की यह जानकारी आपको कैसी लगी।

शिक्षा और जानकारी से संबंधित विभिन्न तरह की जानकारी के लिए –

PLS SUBSCRIBE VARIOUS DETAILS

SUBSCRIBE US ON YOUTUBE – https://www.youtube.com/channel/UCViHj7ssYdB_qeiKvyvNDTg

 

How useful was this post?

Click on a star to rate it!

Average rating 0 / 5. Vote count: 0

No votes so far! Be the first to rate this post.

As you found this post useful...

Follow us on social media!

We are sorry that this post was not useful for you!

Let us improve this post!

Tell us how we can improve this post?