जनसंख्या नियंत्रण पर निबंध
जनसंख्या नियंत्रण पर निबंध – पूरे विश्व में जनसंख्या 700 करोड़ से ज्यादा हो गई है,
प्रत्येक दिन लाखों की संख्या में इसमें वृद्धि हो रही है
भारत की जनसंख्या भी 130 करोड़ से अधिक हो गई है आगे भी वृद्धि जारी है।
इतनी बड़ी जनसंख्या देश के संसाधनों पर भार डाल रही है
इसलिए अब भारत को चाहिए कि वह अपनी जनसंख्या वृद्धि करे रोकने का कार्य करें.
जनसंख्या नियंत्रण क्यों जरूरी है :
1 . संसाधन सीमित है यदि जनसंख्या ऐसे ही बढ़ती रही तो लोगों को भोजन, घर, स्वास्थय, वस्त्र सभी प्रकार की चीजो में कमी का सामना करना पड़ेगा.
2 . कम लोग होगे तो खाद्य सामाग्री की कमी का सामना नहीं करना पडेगा जिससे महंगाई भी कम रहेगी।
3 . जनसंख्या नियंत्रण इसलिए जरूरी है क्योंकि यदि आबादी कम होगी तो लोगों को बेहतर सुविधाएं मिल सकेगी।
4 . आबादी (जनसंख्या) कम होगी तो बेरोजगारी भी कम होगी
5 . गरीब लोग अधिक संतान (बच्चे) पैदा करते हैं यदि जनसंख्या पर नियंत्रण लगेगा तो गरीबी भी कम होगी।
जनसंख्या नियंत्रण के फायदे :
1 . मौजूदा जनसंख्या को बेहतर जीवन मिलेगा स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ मिलेगा भारत के लोगों की औसत जीवन आयु और बढ़ जायेगी।
2 . जनसंख्या नियंत्रण हो जायेगी तो सरकार जो पैसा अभी गरीबों को मुफ्त राशन बाटने मे खर्च करती है उस पैसे को विकास में लगाया जा सकेगा.
3 . अपराधीकरण कम होगा यदि जनसंख्या को नियंत्रित किया जाता है क्योंकि ज्यादा जनसंख्या होने पर अपराध भी ज्यादा होते है।
4 . कुपोषण से छुटकारा मिलेगा जनसंख्या नियंत्रित होने पर सरकार मौजूदा लोगों की सेहत पर अधिक ध्यान देगी और उन्हें कुपोषण मुक्त रख सकेगी.
5 . साक्षरता दर मे बढ़ौतरी होगी क्योंकि ज्यादा बच्चे होने की वजह से सरकारी स्कूल में जगह नहीं मिलती,
गरीब लोग प्राइवेट स्कूल में अपने बच्चों को पढ़ा नहीं पाते। जनसंख्या नियंत्रित होगी तो सभी को शिक्षा मिल सकेगी जिससे साक्षरता दर बढेगी।
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जनसंख्या नियंत्रण के उपाय :
जनसंख्या नियंत्रण करने के 10 उपाय निम्नलिखित है
1 . जागरूकता – सबसे पहला और जरूरी उपाय है लोगों को जनसंख्या वृद्धि के नुकसान बताएँ जाए,
जिससे वो स्वयं ही जागरूक होकर जनसंख्या को नियंत्रित करें।
2 . समानता का प्रचार प्रसार – भारत में अधिकतर लोग यह मानते है कि संतान के रूप मे पुत्र का होना आवश्यक है,
इसलिए पुत्रीयो के पश्चात भी पुत्र की प्राप्ती के लिए वो संतान करते हैं।
इस सोच को दूर करने के लिए सरकार को समानता का प्रचार प्रसार करना चाहिए जिससे लोग लड़के और लड़की में भेदभाव न करें।
3 . शिक्षित करना – किसी भी विषय को समझाने के लिए आवश्यक है कि लोग ऐसा समझने की क्षमता रखते हो,
शिक्षित होने से ही ऐसा मुमकिन है।
इसके अलावा लोगों का शिक्षित होना उन्हें स्वयं ही जाग्रत करेगा और जनसंख्या नियंत्रण के फायदे उन्हें पता चलेंगे।
4 . स्वास्थ्य सुविधा – गरीब और अशिक्षित लोग इसलिए भी अधिक बच्चे करते हैं
क्योंकि उन्हें लगता है कि यदि उनके पास एक या दो बच्चे होंगे और वो किसी बिमारी के कारण मर गये तो बुढ़ापे में उनकी सहायता कौन करेगा,
उनकी इस चिंता को दूर करने के लिए सरकार को स्वास्थ्य सुविधा को अच्छा बनाना चाहिए इससे उनका भरोसा बढ़ेगा।
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जनसंख्या नियंत्रण के चार उपाय :
5 . वृद्धा आश्रम – सरकार को चाहिए कि वो इस मिथक को तोड़े की केवल बच्चे ही बुढापे का सहारा होते है।
सरकार इसके लिये अपने स्तर पर वृद्धा आश्रम चला सकती है और जरूरतमंदो को आर्थिक सहायता भी प्रदान कर सकती है।
6 . दवाईया और सुरक्षा – जनसंख्या नियंत्रण के लिए महत्वपूर्ण कदम यह भी है कि सरकार गर्भनिरोधक दवाईया, निरोध आदि
जैसे उपायों को सस्ते से सस्ता रखे और गरीबों को तो मुफ्त में उपलब्ध कराये जिससे गरीब लोग ज्यादा इनका उपयोग करें।
7 . भ्रूण हत्या – वैसो तो भ्रूण हत्या एक पाप है लेकिन सरकार को इसमें नियम कानून बनाकर छूट देनी चाहिए,
इससे लोगों को अनचाहे गर्भ को हटाने में आसानी होगी इसके अलावा उनका मानसिक सोच परिवर्तन भी होगा।
8 . प्रोत्साहन योजना – तेजी से यदि जनसंख्या को नियंत्रित करना हो तो प्रोत्साहन आवश्यक है।
प्रोत्साहन से तात्पर्य है कि सरकार लोगों को कुछ लाभ दें.
जैसे – कम बच्चे पैदा करने पर किसी प्रकार का सीधा आर्थिक लाभ दिया जा सकता है , एक बच्चा रहने पर उसका इलाज मुफ्त होना आदि
9 . सर्जरी – सरकार जनसंख्या रोकने के लिए नसबंदी को बढ़ावा दे सकती है,
महिला और पुरुष दोनों को नसबंदी करने पर अच्छा आर्थिक लाभ का लालच दे सकती है।
10 . कानूनी सहायता – आबादी रोकने या नियंत्रित करने के लिए भारत सरकार या राज्य सरकारों द्वारा कानून बनाए जा सकते हैं
और उसके द्वारा एक निश्चित संख्या में संतान पैदा करने की इजाजत दी जा सकती है ।
( जनसंख्या नियंत्रण पर निबंध )
वर्तमान जनसंख्या दर :
अगर वर्तमान स्थिति की बात करें तो अब उतनी चिंता करने वाली बात नही है,
क्योंकि वर्तमान National family health survey 5 (2022) के अनुसार प्रजन्न दर पहले से कम हुई है ,
जनसंख्या को स्थिर रखने के लिए 2.1 प्रतिशत प्रजन्न दर की जरूरत होती है और ताजा सर्वे में यह दर इससे भी कम हो गई है।
यह एक अच्छी बात है अब तो जनसंख्या बढ़ने की जगह कम होनी शुरू हो जाएगी।
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